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Best shayari in hindi

 

कुछ अनकहे लफ़्ज़ों को कुचलकर निकलती हैं, ये दूरियां भी रोज कातिल बनकर निकलती हैं।

कुछ अनकहे लफ़्ज़ों को कुचलकर निकलती हैं, ये दूरियां भी रोज कातिल बनकर निकलती हैं।

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